दिनांक: 16 जनवरी 2025, 10:00 AM
कुंभ मेला 2025 का उद्घाटन जुना अखाड़ा और किन्नर अखाड़ा के नगर आगमन के साथ हुआ। यह आयोजन भारतीय पवित्र तीर्थ, हरिद्वार में आयोजित हो रहा है। यह महापर्व हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण धार्मिक उत्सव है, जो हर 12 वर्षों के अंतराल पर आयोजित होता है। जुना अखाड़ा और किन्नर अखाड़ा के साधु-संतों ने अपनी वेशभूषा में भव्यता से शामिल होकर इस पर्व को विशेष बना दिया।
कुंभ मेला, एक धार्मिक आयोजन है, जिसमें लाखों श्रद्धालु अपने पापों से मुक्ति के लिए गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम में स्नान करने आते हैं। जुना अखाड़ा, जो कि हिन्दू धर्म के शिर्ष आस्था केंद्रों में से एक है, ने इस वर्ष विशेष रूप से किन्नर अखड़ा के साथ मिलकर मेले की शुरुआत की है.
समारोह का आयोजन 15 जनवरी 2025 को हुआ था, जिसमें विभिन्न धार्मिक नेताओं ने अपने विचार साझा किए। समारोह के दौरान, जुना अखाड़े के महंत ने बताया, “यह कुंभ मेला केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि हमारी सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है। किन्नर अखाड़ा का समावेश इस महापर्व को और भी गरिमा प्रदान करता है।”
हरिद्वार के जिला कलेक्टर ने भी समारोह की भव्यता की सराहना की। उन्होंने कहा, “इस मेले में सभी अखाड़ों का संगम हमारे समाज की एकता का प्रतीक है। हमें उम्मीद है कि यह कुंभ मेला सभी के लिए शांति, भक्ति और आनंद का स्रोत बनेगा।”
कुंभ मेला 2025 का यह नगर आगमन जुना अखाड़ा और किन्नर अखाड़ा के द्वारा नई सांस्कृतिक धारा और सूचनाओं के लिए एक अद्वितीय मंच प्रदान करता है। आगे की गतिविधियों में विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। यह महापर्व आत्माकि बढ़ाने का और सामाजिक कार्यों को प्रोत्साहित करने का एक अद्भुत अवसर प्रस्तुत करता है.
इस वर्ष का कुंभ मेला न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह हमारी सांस्कृतिक धरोहर और सामाजिक एकता का प्रतीक भी है। सभी श्रद्धालुओं को आमंत्रित किया जाता है कि वे इस पवित्र आयोजन का हिस्सा बनें और अपनी आस्था को मजबूत करें.