आज कल के मॉडर्न इतिहासकार भौतिक साक्ष्यों को ही प्रमाण मान कर उसका इतिहास लिखते है और उसको इतिहास मानते है लेकिन जब करोडो साल के इतिहास की विवेचना करनी हो तो भौतिक साक्ष्य की सम्भावना सिमित हो जाती हैं। भारत या पुरे विश्व का इतिहास महज ५हजार सालो में सिमटने का प्रयास किया गया हैं लेकिन भारत में समय समय पर करोड़ो सालो का इतिहास पुराणों के माध्यम से रामायण, महाभारत के माध्यम से महान ऋषि मुनियो द्वारा संस्कृत में लिखा गया हैं।
वैदिक भारत |
पुरे विश्व के सबसे पुराना ज्ञान स्रोत वेद में भी कई जगह इतिहास झलकता हैं। भारत का इतिहास महज कुछ हजार सालो का नहीं यह समय चक्र से भी परे हैं कई सृष्टि को उपन्न करती हैं फिर उनका विनास होता हैं फिर निर्माण होता हैं। यह समय चक्र हैं जिसका बहुत विधिवत रूप से हमारे वेदो में वर्णन हैं। परन्तु आजकल कथित इतिहासकार अपने स्वार्थ हेतु वैदिक कैलेंडर को वैदिक इतिहास को कोरी कल्पना बताया हैं। श्री राम को कभी काल्पनिक तो कभी महज कुछ हजार सालो का भी बताते हैं।
श्री राम रामायण |
श्री कृष्ण महाभारत |
sindhu ghaati sabhyata |