आदिलशाह सल्तनत के सेनापति अफजल खान की 63 पत्नियाँ थी। महाराज क्षत्रपति शिवाजी के कार्यकाल में अफजल खान को अपने मृत्यु का भय हमेशा सताता रहता था इसीलिए एक उसके मन में ऐसा विचार आया की यदि मै शिवाजी द्वारा कभी अचानक मारा जाऊ तो मेरी पत्नियां कही दूसरी शादी ना कर ले इस आशंका को रोकने के लिए उसने अपनी सभी 63 पत्नियों की हत्या कर 63 कब्र में हमेशा हमेशा के लिए बंद कर दिया।
बीजापुर स्थित इस कब्रगाह में पहली दो लाइनों में 7-7 कब्र फिर तीसरी लाइन में 5 कब्रें तथा आखिरी के चारो लाइनों में 11 कब्रे आज भी मौजूद हैं। कब्रगाहो की ऐसी संरचना के पीछे क्या कारण हो सकता हैं यह तो अफजल खान ही जाने। अफजल खान ने अपने लिए भी एक कब्र खुदवाई थी ताकि मरने के बाद उसका शव भी वही दफनाया जा सके लेकिन ऐसा नहीं हो पाया उसकी लाश कब्र तक नहीं पहुँच सकी।